यह कम्पनी के आन्तरिक रूप से सृजित नकद से इसके दीर्घकालिक उधार को चुकाने का दायित्व पूरा करने में कम्पनी का सामर्थ्य भी प्रकट करता है।
2.
अल्पावधि के उधार चुकता करने में जहां हमें अपनी अर्थव्यवस्था को ऋणदाता की सुविधानुसार प्रभावित करना हमारी मजबूरी बन जाता है वहीं दीर्घकालिक उधार हमें दीर्घकालिक दर्द देकर जाता है।
3.
यह कम् पनी के आन् तरिक रूप से सृजित नकद से इसके दीर्घकालिक उधार को चुकाने का दायित् व पूरा करने में कम् पनी का सामर्थ् य भी प्रकट करता है।